यह वाक्यश्रृंखला एक प्रेरणादायक कहानी का आरंभ करती है जो हमें इस बात का आभास कराती है कि कभी-कभी अच्छे सेवाओं की खोज में सामाजिक संवाद और साझेदारी कितनी महत्वपूर्ण होती है। ।
गोल पहाड़िया जिला ग्वालियर की निवासी संगीता बघेल जिनकी उम्र 46 वर्ष है मरीज को 1 वर्ष से स्पाइनल कॉर्ड में नस दबी होने से पैरों मांसपेशियों में खिंचाव एवं दर्द की समस्या की परेशानी से संगीता बघेल जूझ रही थी इन्होंने अपना इलाज प्राइवेट डॉक्टर से कराया था परंतु जब तक यह दवा खाते रहते थे तब तक मरीज को आराम मिलता था तभी इन्हें अपने दामाद के माध्यम से आईटीएम हॉस्पिटल की जानकारी मिली और यह आई.टी.एम हॉस्पिटल में दिनांक 21 5.2024 को भर्ती हो गए
और इनका इलाज डॉक्टर रजत दिक्षित द्वारा किया गया डॉ रजत दीक्षित ने चिकित्सा परीक्षण कर रोग की समस्या का पता लगा कर इनका इलाज शुरू कर दिया परीक्षण करके यह पता चला कि मरीज की स्पाइनल कॉर्ड में नस दबी हुई है और इसके इलाज के लिए ऑपरेशन की जरूरत है इसलिए फिर डॉक्टर रजत दिक्षित द्वारा मरीज का ऑपरेशन किया गया और स्पाइनल कॉर्ड की नस के दबाव को खोल दिया गया और ऑपरेशन के अगले दिन मरीज को दर्द और खिंचाव में आराम मिल गया और अब मरीज दूसरे ही दिन चलने लगा और अब मरीज की नसों में दबाव ठीक है और दर्द में आराम है और मांसपेशियों में खिंचाव भी बंद हो गया और अब वह स्वस्थ है
अतः इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि सही सेवाओं और संवाद के माध्यम से समाज के एक-एक व्यक्ति के जीवन को किस प्रकार सुधारा जा सकता है। आई.टी.एम. अस्पताल के प्रबंधन के लिए हमारी प्रशंसा है, जिन्होंने एक उत्कृष्ट और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान की।