यह वाक्यश्रृंखला एक प्रेरणादायक कहानी का आरंभ करती है जो हमें इस बात का आभास कराती है कि कभी-कभी अच्छे सेवाओं की खोज में सामाजिक संवाद और साझेदारी कितनी महत्वपूर्ण होती है।
आरोन जिला ग्वालियर की निवासी पूजा जिनकी उम्र 27 वर्ष है।इनके सिर में दर्द,सिर का भारी होना एवम सिर में जलन से और चक्कर आने की समस्या से यह 2 माह से परेशान थी। फिर इन्होंने गांव अपने आस पास के में एक प्राइवेट अस्पताल मे दिखाया पर इन्हें वहा कोई आराम नहीं मिला। फिर इन्हें आईटीएम हॉस्पिटल की जानकारी इनकी नंद से प्राप्त हुई। जिनकी सास भी आईटीएम हॉस्पिटल में पहले भर्ती थी। और अब वह भी स्वस्थ है। यही देखते हुए फिर इन्होंने आईटीएम हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए दिनांक 20/6/24 को भर्ती हो गई।इनका इलाज डॉ मयंक जैसवानी ने चिकित्सा परीक्षण कर इनकी बीमारी का पता लगा कर इनका इलाज शुरू कर दिया। मरीज डॉ मयंक जैसवानी के इलाज और आईटीएम हॉस्पिटल की सुविधा से बेहद खुश है। और मरीज अब पूर्ण तरह स्वस्थ है अब मरीज को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है ।
आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करना चाहते है। जिनकी देख रेख मे पूजा का ईलाज किया गया, अब वह स्वस्थ्य है। और वह चाहते है कि आई.टी.एम. हॉस्पिटल मे ज्यादा से ज्यादा लोग आकर अपना ईलाज करवाए, जिससे उन्हें आई.टी.एम. हॉस्पिटल का लाभ मिल सके, आई.टी.एम. हॉस्पिटल का ईलाज अच्छा है।
अतः इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि सही सेवाओं और संवाद के माध्यम से समाज के एक-एक व्यक्ति के जीवन को किस प्रकार सुधारा जा सकता है। आई.टी.एम. अस्पताल के प्रबंधन के लिए हमारी प्रशंसा है, जिन्होंने एक उत्कृष्ट और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान की।