- नाम - बिमला बाई
- उम्र- 47
- पता - जाटव का पुरा रउरा ग्वालियर
- वार्ड- सीसीयू
- बेड नंबर - 2
- चिकित्सक - डॉक्टर रजत
- भर्ती दिनांक- 28/8/24
- डिस्चार्ज दिनांक - 5/9/24
रोड दुर्घटना के कारण सिर में खून जमने की समस्या ।
यह वाक्यश्रृंखला एक प्रेरणादायक कहानी का आरंभ करती है जो हमें इस बात का आभास कराती है कि कभी-कभी अच्छे सेवाओं की खोज में सामाजिक संवाद और साझेदारी कितनी महत्वपूर्ण होती है।
रउरा जिला ग्वालियर की निवासी बिमला बाई जिनकी उम्र 47 वर्ष है । यह अपने रिश्तेदारों में अपने दो पहिया वाहन से जा रहे थे।तभी यह रोड दुर्घटना ग्रस्त और यह बेहोश हो गई। फिर यह सब देखते हुए एंबुलेंस बुलाकर इन्हें डबरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहा इनकी सही देखभाल न होने के कारण इन्होंने अपने मरीज को आईटीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहा इनका ऑपरेशन सफलता पूर्वक हुआ ।इनका इलाज डॉक्टर रजत के निरीक्षण में हुआ ।इनके जांच में पता चला कि दिमाग में रक्त जमा हुआ है।और मरीज बेहोश थी ।फिर इनका तुरत एक घंटे में ऑपरेशन किया गया और दिमाग में जमा हुआ रक्त निकाला गया ।और ऑपरेशन के तुरंत बाद मरीज को होश आ गया ।और अब मरीज स्वस्थ है ।और डिस्चार्ज हो गई है
आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करना चाहते है। जिनकी देख रेख मे बिमला बाई का ईलाज किया गया, अब वह स्वस्थ्य है। और वह चाहती है कि आई.टी.एम. हॉस्पिटल मे ज्यादा से ज्यादा लोग आकर अपना ईलाज करवाए, जिससे उन्हें आई.टी.एम. हॉस्पिटल का लाभ मिल सके, आई.टी.एम. हॉस्पिटल का ईलाज अच्छा है।
अतः इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि सही सेवाओं और संवाद के माध्यम से समाज के एक-एक व्यक्ति के जीवन को किस प्रकार सुधारा जा सकता है। आई.टी.एम. अस्पताल के प्रबंधन के लिए हमारी प्रशंसा है, जिन्होंने एक उत्कृष्ट और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान की।