यह वाक्यश्रृंखला एक प्रेरणादायक कहानी का आरंभ करती हैजो हमेंइस बात का आभास कराती हैकि कभी-कभी अच्छी सेवाओ ंकी खोज मेंसामाजिक संवाद और साझेदारी कितनी महत्वपूर्णहोती है। अनमोल एक 13 वर्षीय लड़का है, वह नाका चंद्रवदनी, ग्वालियर के निवासी हैं। इन्हेंसेहत सेजुड़ी बुखार, उल्टी, और पानी की कमी की समस्या का सामना कर रहा था, तभी उनके पड़ोसी नेउन्हेंआई.टी.एम. अस्पताल के बारेमें जानकारी दी। उनके पड़ोसी नेबताया कि आई.टी.एम. अस्पताल का इलाज वास्तव मेंअत्यधिक प्रभावी हैऔर यहां पर उच्च स्तर की देखभाल प्रदान की जाती है। उसके बाद अनमोल को आई.टी.एम. अस्पताल मेदिनांक 05.04.2024 को भर्ती किया गया।
आई.टी.एम. अस्पताल मेअनमोल का ईलाज डॉ. श्वेता गौतम के द्वारा ईलाज किया गया और चिकित्सा परिक्षण कर रोग का पता लगाया, आई.टी.एम. अस्पताल मेडॉ. के साथ-साथ नर्सिंग स्टाफ का सहयोग रहा, जिन्होनेअनमोल के स्वास्थ्य को लेकर समय-समय पर जाँच व दवाइयों का ध्यान रखा। अनमोल के स्वास्थ्य को सुधारनेमेंमदद करता है।
आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेप्रबंधक द्वारा अनमोल को आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेअच्छी देखभाल,खान-पान और साफ सुथरा वातावरण एवं पौष्टिक आहार की अच्छी व्यवस्था मिली। मरीज को दवाइयों को नियमावली सेदेना और मरीज की समय - समय पर जाँच कि व्यवस्था नेउनके इलाज मेंमदद की। डॉ. श्वेता गौतम के साथ - साथ नर्सिंग स्टाफ द्वारा अनमोल को संवेदनशील और सहयोगी उपचार दिया। और अब वह पूरी तरह स्वस्थ्य है।
आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधक जी का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करना चाहतेहै। जिनकी देख रेख मेअनमोल का ईलाज किया गया, अब वह स्वस्थ्य है। और वह चाहतेहैकि आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेज्यादा सेज्यादा लोग आकर अपना ईलाज करबाये। आई.टी.एम. हॉस्पिटल का ईलाज बहुत अच्छा है।
अतः इस कहानी सेहमेंयह सीखनेको मिलता हैकि सही सेवाओ ंऔर संवाद के माध्यम सेसमाज के एक-एक व्यक्ति के जीवन को किस प्रकार सुधारा जा सकता है।