गोहद, भिंड जिले के निवासी दिलीप सिंह, जिनकी उम्र 30 वर्ष है, एक दिन वह बीमार पड़ गये। उनकोे शरीर में बुखार, पसलियों में पानी, और दर्द होना शुरू हुआ। उनके परिवार ने उनका इलाज करवाने के लिए कई अस्पतालों में जांच करबाई, लेकिन कहीं भी उन्हें ठीक होने की आशा नजर नहीं आ रही थी। तब उनके परिवार ने फैसला लिया कि उन्हें आई.टी.एम. हॉस्पिटल ले जाएं, जहां मरीज का उच्च गुणवत्ता का इलाज मिल सके।
दिनांक 30-03-2024 को उनका इलाज डॉ. जगवेद्र लहरी द्वारा शुरू हुआ। डॉ. लहरी ने उनका रोग परिक्षण कर ध्यान से देखा और उनकी समस्या का समाधान निकाला। श्री दिलीप सिंह को आई.टी.एम. हॉस्पिटल में देखभाल, खान-पान और साफ सुथरा वातावरण एवं अच्छी व्यवस्था मिली। मरीज को दवाइयां नियमावली से देना और अच्छे पोष्टिक आहार की व्यवस्था ने उनके इलाज में मदद की।
डॉ. लहरी ने श्री दिलीप सिंह को संवेदनशील और सहयोगी उपचार दिया। उनकी प्रतिभागिता और सहयोग ने दिलीप सिंह को उसकी बीमारी से लड़ने की शक्ति दी। दिन बीतने के साथ, श्री दिलीप सिंह की स्थिति सुधरने लगी। मरीज का बुखार कम हुआ, पसलियों में पानी भराव कम हो गया और दर्द में भी कमी आ गई। उसका चेहरा फिर से चमक उठा और उसका आत्मविश्वास भी वापस आ गया।
उसके परिवार ने आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन को गहरा आभार व्यक्त किया। वे समझ गए कि उनका मरीज का इलाज सही हाथों में है और उनका धन्यवाद व्यक्त किया। आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन और डॉ. जगवेद्र लहरी का सहयोग और सेवा के लिए उनका दिल से शुक्रिया अदा किया।
उसके परिवार ने आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन को गहरा आभार व्यक्त किया। वे समझ गए कि उनका मरीज का इलाज सही हाथों में है और उनका धन्यवाद व्यक्त किया। आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन और डॉ. जगवेद्र लहरी का सहयोग और सेवा के लिए उनका दिल से शुक्रिया अदा किया।
श्री दिलीप सिंह और उनके परिवार को आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधन के साथ सहयोग करके एक नई जिंदगी की शुरुआत मिली। वह हमेशा याद रखेंगे कि उनकी मुश्किल समय में आई.टी.एम. हॉस्पिटल ने उनका साथ दिया और उन्हें स्वस्थ जीवन की तरफ लाया।