श्री राजविन्दर सिंह जबाहर कॉलोनी वार्ड 8 आगनवाडी के पास जिला ग्वालियर के निवासी है। इनकी उम्र 40 वर्षहै, इनकी दुर्घटना 01 जनवरी 2024 को कार सेटक्कर हो जानेसेहाथ पैरों मेफ्रैक्चर आ गया था फिर इन्होनेअपना ईलाज अन्य प्राईवेट हॉस्पिटल मेकराया। वहां मरीज की बायी जांघ और बायी भुजा मेफ्रैक्चर के लियेप्लेट लगाई गई लेकिन मरीज को ज्यादा सुधार नहीं आया और वह चलनेमेअसमर्थता हो रही थी। उसके बाद डबरा के रहनेवालेव्यक्ति जिन्होंनेआई.टी.एम. हॉस्पिटल मेअपना ईलाज कराया था, उसके माध्यम सेमरीज को आई.टी.एम. हॉस्पिटल की जानकारी मिली और उन्होनेंमरीज को आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेहड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष अग्रवाल द्वारा परामर्शकिया, डॉ. के द्वारा चिकित्सा परीक्षण के दौरान पता चला कि मरीज के बायी पैर की जांघ और बायी भुजा की प्लेट टूटी हुई पाई गई, डॉ. द्वारा इनका ऑपरेशन किया गया इस ऑपरेशन के बाद मरीज को स्वास्थ्य मेकाफी सुधार आया है।
आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेप्रबंधक द्वारा राजविन्दर सिंह को आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेंअच्छी देखभाल, खान-पीन और साफ सुथरा वातावरण एवं पौष्टिक आहार की अच्छी व्यवस्था मिली। मरीज को दवाइयों को नियमावली सेदेना और मरीज की समय - समय पर जांच कि व्यवस्था नेउनके इलाज मेंमदद की। मनीष अग्रवाल नेराजविन्दर सिंह को संवेदनशील और सहयोगी उपचार दिया। और अब यह पूरी तरह स्वस्थ्य है।
आई.टी.एम. हॉस्पिटल के प्रबंधक का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करना चाहतेहै। जिनकी देख रेख मेराजविन्दर सिंह का ईलाज किया गया, अब वह स्वस्थ्य है। और वह चाहतेहैकि आई.टी.एम. हॉस्पिटल मेज्यादा सेज्यादा लोग आकर अपना ईलाज करबाये, जिससेउन्हेआई.टी.एम. हॉस्पिटल का लाभ मिल सके, आई.टी.एम. हॉस्पिटल का ईलाज अच्छा है।
अतः इस कहानी सेहमेंयह सीखनेको मिलता हैकि सही सेवाओ ंऔर संवाद के माध्यम सेसमाज के एक-एक व्यक्ति के जीवन को किस प्रकार सुधारा जा सकता है। आई.टी.एम. अस्पताल के प्रबंधन के लिए हमारी प्रशंसा है, जिन्होंनेएक उत्कृष्ट और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान की।